- Joined
- Aug 28, 2013
- Messages
- 68,481
- Reaction score
- 533
- Points
- 113
- Age
- 37
//krot-group.ru प्लेबॉय बनने के फायदे और घाटे मालूम हुए - 2
Playboy banne ke fayde aur ghaate malum hue 2:
kamukta, sex stories in hindi, group sex kahani
हेल्लो दोस्तों, मैं समीर फिर से हाजिर हूँ अपनी कहानी का अगला पार्ट लेकर | जैसा की मैंने आप लोगों को पहले पार्ट में बताया की कैसे मजबूरियों के चलते कैसे मैंने खुद को प्लेबॉय बनने के लिए मनाया और डेविड नाम से एजेंट से मिला और उससे अपना फोटोशूट करवाया | अब आगे :
loading...
उन दोनों लड़कियों से लंड चुस्वाने के बाद मैंने अपने कपडे पहने और सुधीर के साथ वापस रूम पर आ गया उसके | शाम को एजेंट का फ़ोन आया की वो दोनों लड़कियां मेरे लंड की बहुत तारीफ कर रही थीं | मुझे ये सुनकर अच्छा लगा | उसके बाद एजेंट ने बताया की उसकी फोटोज पर बहुत डिमांड आ रही है और आज ही 3 जगह से बुलावा आ रहा था लेकिन एक जगह जहाँ से सबसे ज्यादा पैसा मिलने वाला था वहां की बुकिंग हो गयी है | उसने बताया को 3 शादीशुदा औरतें हैं और रात में 10 बजे एक 5 स्टार होटल में बुला रही हैं | मैंने रकम पूछने पर उसने बताया 10000 | मैं तो जैसे बेहोश हो गया | बस एक रात के 10000 !!! मैं बहुत खुश हुआ | मैंने एजेंट से एड्रेस लिया और बोला की टाइम पर पहुँच जाऊंगा | अब मैंने सुधीर से बोला की भाई मैंने कभी शादीशुदा औरतों के साथ सेक्स ही किया है और ग्रुप में तो कभी भी नही | उसने मुझे समझाया की टेंशन नही ले, बस उनकी बात मानना और चीजों के लिए मना मत करना | सुधीर ने बताया की कई बात वो थोडा अजीब सी हरकतें भी करती हैं जैसे चूतडों पर हंटर मारना लेकिन अगर मैं झेल ले गया तो वो मुझे मालामाल कर सकती हैं क्यूंकि उनके पास पैसों की कमी नही होती | मैंने बोला ठीक है भाई | अब मैंने खुद को मानसिक रूप से तैयार किया, नहाया थोडा, अच्छे कपडे पहने और होटल के लिए निकल लिया | एजेंट ने बता रखा था की कंडोम वगैरह ले जाने की कोई जरूरत नही है क्यूंकि वो उनके पास पहले से होगा इसिलए मैंने वो लिए नही |
मैंने ऑटो पकड़ा और थोड़ी ही देर में उस होटल में पहुँच गया | होटल के स्टाफ को शायद पहले से पता होगा इसीलिए उन्होंने मुझे रोका नही और बता दिया की कहाँ जाना है | मैं उनके रूम के सामने पहुँच गया और मैंने बेल बजायी | 2 मिनट में ही एक औरत ने दरवाजा खोला | उसने साड़ी पहन रखी थी | देखने में वो लगभग 35 के आस पास की लग रही थी और सेक्सी लग रही थी | उसके बूब्स बड़े थे और होठ बहुत प्यारे | मैन कर रहा था की तुरंत चूम लूं | मैंने अपना परिचय दिया तो उसने अन्दर बुलाया और मेरे अन्दर आने के बाद दरवाजा अन्दर से बंद कर दिया | अब वो मुझे लेकर दुसरे रूम में पहुंची जहाँ बाकी 2 औरतें पहले से मेरा इंतजार कर रही थीं | बाकी दोनों में से एक काफी स्लिम थी और उसने शर्ट और स्कर्ट पहन रखी थी | दूसरी ने सूट और सलवार पहन रखी थी | अब उन दोनों ने भी मेरा वेलकम किया | थोडा बात करने पर पता चला की साड़ी वाली का नाम नीलम, सूट सलवार वाली का नाम फैज़ा और शर्ट वाली का नाम लवलीन था | मैंने मन ही मन सोचा ये हसी है, सेक्स के मामले में हम सेक्युलर हैं |
खैर, बातें होने के बाद लवलीन ने बोतल खोली और हम चारों ने व्हिस्की पी | व्हिस्की पीने के बाद नीलम ने मुझे एक कास्टूम दिया और पहनने को बोला | मैं बाथरूम की तरफ जाने लगा तो फैज़ा बोली हमसे क्या शर्माना | मुझे शर्म आ रही थी क्यूंकि पहली बार था लेकिन मैंने शर्ट निकाली और पैंट भी | मेरी शर्ट निकालने के बाद एब्स वाली बॉडी देखने पर ही तीनो के मुंह में पानी आ गया | अब मैंने पैंट भी निकाल दी और अंडरवियर निकाल कर वो कास्टूम पहन लिया | असल में और और कुछ नही बल्कि एक चड्ढी थी जिसमे लंड की जगह पर बिल्ले का मुंह बना हुआ था | मुझे थोडा अजीब लग रहा था लेकिन और कोई आप्शन नही था | अब मैंने देखा की वो तीनो भी अपने कपडे बदल चुकी थीं और साड़ी वाली यानि की नीलम एक पुलिस वाली की ड्रेस में थी, स्कर्ट वाली यानि की लवलीन डॉक्टर की ड्रेस में और सूट वाली यानि की फैज़ा नर्स की ड्रेस में है | मेरे लिए ये बस नया था इसीलिए अन्दर से डरा हुआ था लेकिन सुधीर की वो बात याद थी की अगर मैं झेल ले गया तो ये औरतें मुझे मालामाल बना सकती हैं |
अब नीलम ने मुझसे नकली वाले डायलॉग में बोला की तुम्हें तुम्हारे जुर्म की सजा मिलेगी | अब वो मेरे पीछे आकर मेरे चूतडों पर डंडे मारने लगी | बहुत ज्यादा चोट तो नही लग रही थी लेकिन फिर भी हलकी तो लग ही रही थी | अब डॉक्टर के भेष में लवलीन आकर बोली - अब ये पुलिस की मार की वजह से घायल हो चूका है इसीलिए इसे अब मेरे हवाले कर दो ताकि मैं इसका इलाज़ कर सकूं | नीलम बोली - ठीक है लेकिन मेरी यानि की पुलिस कस्टडी में | लवलीन मान गयी | अब फैज़ा मेरे पास आई और मुझे पकड़ कर बिस्तर पर ले गयी | उसने मुझसे लेटने को कहा | मैं लेट गया | अब लवलीन मेरे एब्स को टच करते हुए बोली - यहाँ तो सब ठीक है, निचे देखती हूँ | फिर वो नीचे जाने लगी | अब वो मेरे बिल्ले वाले आकार का जो लंड के सामने बना था उसको सहलाती हुई बोली - ये बिल्ला बोल रहा है की इसे आज़ाद होना है |
फैज़ा ने अब मेरा वो अंडरवियर जैसा जो थी था उसे उतार दिया | अब मैं उन तीनो के सामने नंगा लेता हूँ था | अब लवलीन ने फैज़ा से बोला की इसके नीचे वाले पार्ट को तुम चेक करो | फैज़ा अब मेरे लंड पर हाथ फेरने लगी | मुझे मजा आ रहा था इसीलिए मेरा लंड खड़ा होने लगा | लवलीन ने तुरंत नीलम से बोला - इसका हथियार बहद रहा है, अगर उसे अभी कण्ट्रोल नही किया गया तो ये बाद में बड़ी तबाही मचा सकता है | नीलम बोली - डॉक्टर इसे कण्ट्रोल करने का उपाय क्या है ? लवलीन बोली - एक हॉट ब्लोजॉब | नीलम अब मेरे पैरों के पास आ गयी और बोली - ओके डॉक्टर, मैं वही करने जा रही हूँ | अब नीलम मेरे लंड को किस करने लगी | मेरा लंड अब और खडा होने लगा | ये देखकर नीलम बोली - डॉक्टर, ये तो और बडा हो रहा है | लवलीन बोली - रुको, मैं नर्स को भी भेजती हूँ | अब फैज़ा भी मेरे लंड के पास आ गयी और मेरे टट्टे चाटने लगी | मेरा लंड अब पूरा खडा हो गया | ये देखकर लवलीन बोली - अब हम तीनो को मिलकर इस औजार को शांत करना पडेगा | इतना कह कर उसने अपनी स्कर्ट उतार और फिर पैंटी और मेरे ऊपर आ गयी | अब वो अपनी चूत को मेरे मुंह से सटाने लगी | दोस्तों, उसकी चूत चिकनी थी और बहुत कसी तो नही लेकिन बॉडी फिट होने की वजह से बहुत ज्यादा ढीली भी नही थी | अब मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ घुसा दी और उसकी चूत को चाटने लगा | वो मजे से आह्ह हह ह हह ह ह्ह्ह्हह ह्ह्ह्ह ह्ह्ह्ह ऊऊऊ ऊ ऊ ऊउह हह हह ह ह ह्ह्ह ह हह हह उम्म्म्म म्मम्मम मम मम्म मम्म म म मम म म मम करने लगी |
अब मैंने अपने हाथ ऊपर उठाए और उसके डॉक्टर वाले कोट को उतारकर उसके बूब्स खोल कर दबाने शुरू कर दिए | लवलीन के बूब्स बड़े थे और सेक्सी थे | उसके बूब्स जरा सा भी लटके हुए नही थे और इस उम्र में इतने सुडौल बूब्स मुझे बहुत पसंद आ रहे थे | मैंने उन्हें दबाना शुरू कर दिया | उधर फैज़ा मेरे टट्टे चूस रही थी बारी बारी से दोनों गोलियों को मजे दे रही थी और नीलम मेरे लंड को सेक्सी ब्लोजॉब का आनंद दे रही थी |
दोस्तों, मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था | आगे कैसे क्या हुआ, ये मैं आप लोगों को अगले भाग में बताऊंगा | तब तक थोडा सा इंतजार कीजिये | टेंशन मत लीजिये दोस्तों, आप लोगों का इंतजार करना व्यर्थ नही जाएगा ऐसा मेरा वादा है |
Playboy banne ke fayde aur ghaate malum hue 2:
kamukta, sex stories in hindi, group sex kahani
हेल्लो दोस्तों, मैं समीर फिर से हाजिर हूँ अपनी कहानी का अगला पार्ट लेकर | जैसा की मैंने आप लोगों को पहले पार्ट में बताया की कैसे मजबूरियों के चलते कैसे मैंने खुद को प्लेबॉय बनने के लिए मनाया और डेविड नाम से एजेंट से मिला और उससे अपना फोटोशूट करवाया | अब आगे :
loading...
उन दोनों लड़कियों से लंड चुस्वाने के बाद मैंने अपने कपडे पहने और सुधीर के साथ वापस रूम पर आ गया उसके | शाम को एजेंट का फ़ोन आया की वो दोनों लड़कियां मेरे लंड की बहुत तारीफ कर रही थीं | मुझे ये सुनकर अच्छा लगा | उसके बाद एजेंट ने बताया की उसकी फोटोज पर बहुत डिमांड आ रही है और आज ही 3 जगह से बुलावा आ रहा था लेकिन एक जगह जहाँ से सबसे ज्यादा पैसा मिलने वाला था वहां की बुकिंग हो गयी है | उसने बताया को 3 शादीशुदा औरतें हैं और रात में 10 बजे एक 5 स्टार होटल में बुला रही हैं | मैंने रकम पूछने पर उसने बताया 10000 | मैं तो जैसे बेहोश हो गया | बस एक रात के 10000 !!! मैं बहुत खुश हुआ | मैंने एजेंट से एड्रेस लिया और बोला की टाइम पर पहुँच जाऊंगा | अब मैंने सुधीर से बोला की भाई मैंने कभी शादीशुदा औरतों के साथ सेक्स ही किया है और ग्रुप में तो कभी भी नही | उसने मुझे समझाया की टेंशन नही ले, बस उनकी बात मानना और चीजों के लिए मना मत करना | सुधीर ने बताया की कई बात वो थोडा अजीब सी हरकतें भी करती हैं जैसे चूतडों पर हंटर मारना लेकिन अगर मैं झेल ले गया तो वो मुझे मालामाल कर सकती हैं क्यूंकि उनके पास पैसों की कमी नही होती | मैंने बोला ठीक है भाई | अब मैंने खुद को मानसिक रूप से तैयार किया, नहाया थोडा, अच्छे कपडे पहने और होटल के लिए निकल लिया | एजेंट ने बता रखा था की कंडोम वगैरह ले जाने की कोई जरूरत नही है क्यूंकि वो उनके पास पहले से होगा इसिलए मैंने वो लिए नही |
मैंने ऑटो पकड़ा और थोड़ी ही देर में उस होटल में पहुँच गया | होटल के स्टाफ को शायद पहले से पता होगा इसीलिए उन्होंने मुझे रोका नही और बता दिया की कहाँ जाना है | मैं उनके रूम के सामने पहुँच गया और मैंने बेल बजायी | 2 मिनट में ही एक औरत ने दरवाजा खोला | उसने साड़ी पहन रखी थी | देखने में वो लगभग 35 के आस पास की लग रही थी और सेक्सी लग रही थी | उसके बूब्स बड़े थे और होठ बहुत प्यारे | मैन कर रहा था की तुरंत चूम लूं | मैंने अपना परिचय दिया तो उसने अन्दर बुलाया और मेरे अन्दर आने के बाद दरवाजा अन्दर से बंद कर दिया | अब वो मुझे लेकर दुसरे रूम में पहुंची जहाँ बाकी 2 औरतें पहले से मेरा इंतजार कर रही थीं | बाकी दोनों में से एक काफी स्लिम थी और उसने शर्ट और स्कर्ट पहन रखी थी | दूसरी ने सूट और सलवार पहन रखी थी | अब उन दोनों ने भी मेरा वेलकम किया | थोडा बात करने पर पता चला की साड़ी वाली का नाम नीलम, सूट सलवार वाली का नाम फैज़ा और शर्ट वाली का नाम लवलीन था | मैंने मन ही मन सोचा ये हसी है, सेक्स के मामले में हम सेक्युलर हैं |
खैर, बातें होने के बाद लवलीन ने बोतल खोली और हम चारों ने व्हिस्की पी | व्हिस्की पीने के बाद नीलम ने मुझे एक कास्टूम दिया और पहनने को बोला | मैं बाथरूम की तरफ जाने लगा तो फैज़ा बोली हमसे क्या शर्माना | मुझे शर्म आ रही थी क्यूंकि पहली बार था लेकिन मैंने शर्ट निकाली और पैंट भी | मेरी शर्ट निकालने के बाद एब्स वाली बॉडी देखने पर ही तीनो के मुंह में पानी आ गया | अब मैंने पैंट भी निकाल दी और अंडरवियर निकाल कर वो कास्टूम पहन लिया | असल में और और कुछ नही बल्कि एक चड्ढी थी जिसमे लंड की जगह पर बिल्ले का मुंह बना हुआ था | मुझे थोडा अजीब लग रहा था लेकिन और कोई आप्शन नही था | अब मैंने देखा की वो तीनो भी अपने कपडे बदल चुकी थीं और साड़ी वाली यानि की नीलम एक पुलिस वाली की ड्रेस में थी, स्कर्ट वाली यानि की लवलीन डॉक्टर की ड्रेस में और सूट वाली यानि की फैज़ा नर्स की ड्रेस में है | मेरे लिए ये बस नया था इसीलिए अन्दर से डरा हुआ था लेकिन सुधीर की वो बात याद थी की अगर मैं झेल ले गया तो ये औरतें मुझे मालामाल बना सकती हैं |
अब नीलम ने मुझसे नकली वाले डायलॉग में बोला की तुम्हें तुम्हारे जुर्म की सजा मिलेगी | अब वो मेरे पीछे आकर मेरे चूतडों पर डंडे मारने लगी | बहुत ज्यादा चोट तो नही लग रही थी लेकिन फिर भी हलकी तो लग ही रही थी | अब डॉक्टर के भेष में लवलीन आकर बोली - अब ये पुलिस की मार की वजह से घायल हो चूका है इसीलिए इसे अब मेरे हवाले कर दो ताकि मैं इसका इलाज़ कर सकूं | नीलम बोली - ठीक है लेकिन मेरी यानि की पुलिस कस्टडी में | लवलीन मान गयी | अब फैज़ा मेरे पास आई और मुझे पकड़ कर बिस्तर पर ले गयी | उसने मुझसे लेटने को कहा | मैं लेट गया | अब लवलीन मेरे एब्स को टच करते हुए बोली - यहाँ तो सब ठीक है, निचे देखती हूँ | फिर वो नीचे जाने लगी | अब वो मेरे बिल्ले वाले आकार का जो लंड के सामने बना था उसको सहलाती हुई बोली - ये बिल्ला बोल रहा है की इसे आज़ाद होना है |
फैज़ा ने अब मेरा वो अंडरवियर जैसा जो थी था उसे उतार दिया | अब मैं उन तीनो के सामने नंगा लेता हूँ था | अब लवलीन ने फैज़ा से बोला की इसके नीचे वाले पार्ट को तुम चेक करो | फैज़ा अब मेरे लंड पर हाथ फेरने लगी | मुझे मजा आ रहा था इसीलिए मेरा लंड खड़ा होने लगा | लवलीन ने तुरंत नीलम से बोला - इसका हथियार बहद रहा है, अगर उसे अभी कण्ट्रोल नही किया गया तो ये बाद में बड़ी तबाही मचा सकता है | नीलम बोली - डॉक्टर इसे कण्ट्रोल करने का उपाय क्या है ? लवलीन बोली - एक हॉट ब्लोजॉब | नीलम अब मेरे पैरों के पास आ गयी और बोली - ओके डॉक्टर, मैं वही करने जा रही हूँ | अब नीलम मेरे लंड को किस करने लगी | मेरा लंड अब और खडा होने लगा | ये देखकर नीलम बोली - डॉक्टर, ये तो और बडा हो रहा है | लवलीन बोली - रुको, मैं नर्स को भी भेजती हूँ | अब फैज़ा भी मेरे लंड के पास आ गयी और मेरे टट्टे चाटने लगी | मेरा लंड अब पूरा खडा हो गया | ये देखकर लवलीन बोली - अब हम तीनो को मिलकर इस औजार को शांत करना पडेगा | इतना कह कर उसने अपनी स्कर्ट उतार और फिर पैंटी और मेरे ऊपर आ गयी | अब वो अपनी चूत को मेरे मुंह से सटाने लगी | दोस्तों, उसकी चूत चिकनी थी और बहुत कसी तो नही लेकिन बॉडी फिट होने की वजह से बहुत ज्यादा ढीली भी नही थी | अब मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ घुसा दी और उसकी चूत को चाटने लगा | वो मजे से आह्ह हह ह हह ह ह्ह्ह्हह ह्ह्ह्ह ह्ह्ह्ह ऊऊऊ ऊ ऊ ऊउह हह हह ह ह ह्ह्ह ह हह हह उम्म्म्म म्मम्मम मम मम्म मम्म म म मम म म मम करने लगी |
अब मैंने अपने हाथ ऊपर उठाए और उसके डॉक्टर वाले कोट को उतारकर उसके बूब्स खोल कर दबाने शुरू कर दिए | लवलीन के बूब्स बड़े थे और सेक्सी थे | उसके बूब्स जरा सा भी लटके हुए नही थे और इस उम्र में इतने सुडौल बूब्स मुझे बहुत पसंद आ रहे थे | मैंने उन्हें दबाना शुरू कर दिया | उधर फैज़ा मेरे टट्टे चूस रही थी बारी बारी से दोनों गोलियों को मजे दे रही थी और नीलम मेरे लंड को सेक्सी ब्लोजॉब का आनंद दे रही थी |
दोस्तों, मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था | आगे कैसे क्या हुआ, ये मैं आप लोगों को अगले भाग में बताऊंगा | तब तक थोडा सा इंतजार कीजिये | टेंशन मत लीजिये दोस्तों, आप लोगों का इंतजार करना व्यर्थ नही जाएगा ऐसा मेरा वादा है |